विशेष कैंपों में लम्बित पड़े इंतकालों के 50,796 मामले निपटाए
चंडीगढ़, 16 जनवरी। पंजाब की तहसीलों और सब-तहसीलों में पेंडिंग पड़े इंतकालों के हजारों मामलों का निपटारा स्पेशल कैंपों के माध्यम कर कर दिया गया।
इंतकालों को निपटाने के लिए सबसे पहला कैंप 6 जनवरी को लगाया गया था। कैंप में भारी तादाद में मामले आए थे। कैंप एक तरह से सफल रहा। इसके बाद लोकहित में दूसरा कैंप लगाया गया।पंजाब के राजस्व मंत्री ब्रह्म शंकर जिम्पा ने बताया कि इन दोनों कैंपों के दौरान इंतकालों के लंबित पड़े 50,796 मामले निपटाए गए हैं। पहले कैंप में 31,538 जबकि दूसरे कैंप में 19,258 मामलों का निपटारा किया गया है।
15 जनवरी को विशेष कैंप के दौरान जिम्पा ने ख़ुद बलाचौर, साहिबज़ादा अजीत सिंह नगर और पटियाला तहसीलों का दौरा किया। इस मौके पर उन्होंने लोगों के साथ बातचीत करके आ रही समस्याओं के समाधान के लिए संबंधित अधिकारियों को दिशा-निर्देश भी जारी किए। पहले कैंप के दौरान उन्होंने होशियारपुर, फगवाड़ा, फिल्लौर, लुधियाना पूर्वी, लुधियाना पश्चिमी और शहीद भगत सिंह नगर तहसीलों का दौरा करके कामकाज का जायज़ा लिया था।
राजस्व मंत्री ने बताया कि जिन लोगों के इंतकाल के मामले पेंडिंग पड़े थे उन्होंने संबंधित तहसील/सब-तहसील में पहुँच कर इंतकाल सम्बन्धी आ रही समस्या का मौके पर समाधान करवाया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार लोगों की परेशानियां घटाने के लिए प्रतिबद्ध है।
उन्होंने कहा कि राजस्व विभाग में यदि किसी भी स्तर पर लोगों को अपने कार्य करवाने में कोई दिक्कत आती है तो मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान द्वारा इस संबंधी हेल्पलाइन नंबर 8184900002 जारी किया हुआ है जिस पर लिखित शिकायत वाट्सऐप की जा सकती है। एन.आर.आईज़ अपनी लिखित शिकायत 9464100168 नंबर पर भेज सकते हैं।
ज़िक्र योग्य है कि राजस्व मंत्री जल्द ही तहसील दफ्तरों का औचक दौरा कर कामकाज की समीक्षा करेंगे, जिससे लोगों को प्रशासनिक कार्य करवाने में कोई दिक्कत न आए। कुछ दिन पहले मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने भी होशियारपुर तहसील का दौरा करके लोगों को पारदर्शी और परेशानी मुक्त सेवाएं देने की प्रतिबद्धता दोहरायी थी। उनके निर्देशों पर ही पहले विशेष कैंप की सफलता के बाद 15 जनवरी को दूसरा कैंप पंजाब भर की तहसीलों और सब-तहसीलों में लगाया गया था।
जिम्पा ने अपील की है कि पंजाब में से भ्रष्टाचार खत्म करने के लिए लोग सरकार का साथ दें और किसी भी जायज कार्य के लिए किसी भी अधिकारी/कर्मचारी को कोई रिश्वत न दी जाए और यदि राजस्व विभाग का कोई अधिकारी/कर्मचारी किसी कार्य के बदले पैसा माँगता है तो बेझिझक होकर इसकी शिकायत की जाए। दोषी को किसी भी हालत में बख्शा नहीं जाएगा।
दूसरे विशेष कैंप के दौरान किस जिले में कितने इंतकाल दर्ज हुए:
प्राप्त हुई रिपोर्ट के अनुसार सबसे ज़्यादा 3528 इंतकाल लुधियाना जिले में दर्ज किए गए।
इसी तरह अमृतसर जिले में 508, बरनाला में 353, बठिंडा में 623, फतेहगढ़ साहिब में 646, फाजिल्का में 733, फरीदकोट में 386, फिरोजपुर में 409, गुरदासपुर में 1233, होशियारपुर में 1456 और जालंधर जि़ले में 996 इंतकालों का निपटारा किया गया।
कपूरथला में 444, मलेरकोटला में 197, मानसा में 636, मोगा में 433, पटियाला में 934, पठानकोट में 551, रूपनगर में 856, साहिबज़ादा अजीत सिंह नगर में 1227, शहीद भगत सिंह नगर में 501, संगरूर में 1458, श्री मुक्तसर साहिब में 593 और तरन तारन में 557 इंतकाल दर्ज किए गए हैं।