पंजाब सरकार ब्यूटी एंड वैलनेस क्षेत्र में खोलेगी सेंटर ऑफ एक्सीलेंस
चंडीगढ़, 16 जुलाई। मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार राज्य के युवाओं को रोज़गार के मौके प्रदान करने की वचनबद्धता के तहत पंजाब स्किल डेवलेपमेंट मिशन ( पी.एस.डी.एम.) ने ब्यूटी एंड वैलनैस के क्षेत्र में सैंटर आफ एक्सीलैंस स्थापित करने का फ़ैसला किया है।
इस संबंधी आज पी.एस.डी.एम.द्वारा एक साल में 300 उम्मीदवारों को प्रशिक्षण और रोज़गार देने के लिए हेयर रेज़रज़ एल.एल.पी. ( ट्रेस लौंज) के साथ समझौता सहबद्ध किया गया है।
पंजाब के रोज़गार उत्पति, कौशल विकास एंव प्रशिक्षण मंत्री अमन अरोड़ा की मौजूदगी में पी.एस.डी.एम. के मिशन डायरैक्टर श्रीमती अमृत सिंह और हेयर रेज़रज़ एल.एल.पी. के मैनेजिंग डायरेक्टर मुनीश बजाज ने इस समझौते पर हस्ताक्षर किए।
अरोड़ा ने बताया कि हेयर रेज़रज़ एल.एल.पी.द्वारा उम्मीदवारों को मुफ़्त प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा। पी.एस.डी.एम.की संकल्प योजना के तहत सहबद्ध किए इस समझौते का उद्देश्य असिस्टेंट हेयर ड्रेसर एंड स्टाईलिस्ट, प्रोफेशनल मेकअप आर्टिस्ट, असिस्टेंट नेल टैकनीशियन, और नेल टेक्नीशियन सहित अलग – अलग कौशल विकास कोर्स में प्रशिक्षण प्रदान करना है।
उन्होंने बताया कि पी.एस.डी.एम. इस समझौते को प्रभावशाली ढंग से लागू करने के लिए मार्गदर्शन, फंडिंग और सहायता प्रदान करने के साथ-साथ संबंधित साझेदारों के साथ तालमेल करेगा और उम्मीदवारों को लामबंद करने में सहायता करेगा।
तेज़ी के साथ बढ रहे इस सेवा क्षेत्र में युवाओं को कौशल बनाने संबंधी इस प्रयास के लिए दोनों पक्षों को बधाई देते हुए रोज़गार उत्पति मंत्री ने कहा कि यह समझौता पंजाब के युवाओं को कौशल बना कर रोज़गार प्रदान करने और राज्य के आर्थिक विकास में योगदान देने की तरफ एक अहम कदम है।
उन्होंने राज्य के युवाओं को उद्ममी विकास की संभावनाओं की आलोचना करने और स्वंय रोज़गारदाता बनने की अपील की। उन्होंने कहा कि मुख्य मंत्री स. भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली राज्य सरकार कौशल विकास के द्वारा युवाओं की रोज़गार योग्यता बढ़ाने और उनको स्व- रोज़गार के अवसरों सहित रोज़गार के उचित मौके प्रदाने करने के लिए लगातार यत्नशील है। इस प्रशिक्षण के इलावा लोरियल द्वारा उम्मीदवारों को 4 दिनों ट्रेनिंग एंव सर्टिफिकेट प्रदान किया जाएगा। हेयर रेज़रज़ एल.एल.पी. के पास बहुत कौशल प्रशिक्षण केंद्र है और वह सैंटर आफ एक्सीलैंस के प्रबंधन के अलावा उम्मीदवारों को प्रशिक्षण और रोज़गार देगा। दिशा- निर्देशों अनुसार प्रोजेक्ट को लागू करने को यकीनी बनाने के साथ पी.एस.डी.एम.द्वारा नियुक्त ज़िला प्रोग्राम प्रबंधन यूनिट की तरफ से इस प्रोजैक्ट की निरंतर निगरानी की जाएगी।