भाकियू नेता राजीव आर्य ने ज्वाइन की आप
पूंडरी/कैथल, 2 अप्रैल। भारतीय किसान यूनियन (मान गुट) के युवा प्रदेश अध्यक्ष राजीव आर्य अपने 100 से ज्यादा समर्थकों के साथ आम आदमी पार्टी में शामिल हुए।
आर्य ने आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष और कुरुक्षेत्र लोकसभा से ‘इंडिया’ गठबंधन के प्रत्याशी डॉ. सुशील गुप्ता की मौजूदगी में पार्टी का दामन थामा। उनके साथ कई अन्य नेता व समर्थक भी आप में शामिल हो गए।
इधर, गुप्ता ने अपनी चुनावी यात्रा गांव बेगपुर से शुरू की। इसके बाद वे गांव जाडौला में लोगों से मिले। वहां से जाजनपुर में ग्रामीणों से रूबरू हुए। इसके बाद गांव पबनावा में पहुंचे। यहां से गांव चंदलाना, कौल और साकरा पहुंचकर लोगों को संबोधित किया। यात्रा का समापन देर शाम गांव आंहू में हुआ।
गुप्ता ने अपनी यात्रा के दौरान बीजेपी पर निशाने साधे। उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी किसानों पर कृषि कानून थोपने की कोशिश करती रही है जबकि मंडियों को भी खत्म करने की साजिश रची जा रही है। उन्होंने कहा कि आज पुंडरी हल्के में मंडी पर ताला लगा दिया गया है। किसानों को मजबूर किया जा रहा है कि किसान अपना अनाज मंडियों में नहीं बल्कि अडानी को बेचे।
उन्होंने कहा कि मंडिया हमारे कृषि सिस्टम का अभिन्न अंग है। यदि मंडियां बंद हो जाएंगी तो किसान को लंबी लंबी लाइन लगा कर अडानी के गोदामों के बाहर कई कई दिनों तक खड़ा होना पड़ेगा। आज मंडियों में किसान के अनाज में कभी नमी और क्वालिटी का बहाना बनाकर तंग किया जा रहा है ताकि किसान अपनी फसल को औने पौने दामों में बेच सके।
उन्होंने कहा कि इंडिया गठबंधन इसका पूरजोर तरीके से विरोध करता है। आज मंडियों की जैसी हालत बिहार व अन्य राज्यों में है मंडियों की वही हालत भाजपा हरियाणा और पंजाब में भी करना चाहती है। उन्होंने कहा कि आज आढ़ती भी हड़ताल पर बैठे हैं। आम आदमी पार्टी और इंडिया गठबंधन प्रदेश के आढ़तियों की हड़ताल का समर्थन करते हैं।
उन्होंने कहा कि इस सरकार आज तक किसानों की सुविधा की ओर कोई ध्यान नहीं दिया। किसानों को खाद के लिए लंबी लंबी लाइनों में धक्के खाने पड़ते हैं। भाजपा ने किसान और आढ़ती को पोर्टल के जाल में जकड़ कर रखा हुआ है। उन्होंने कहा कि भाजपा की भावांतर योजना भी एक बड़ा घोटाला साबित हुई है। इस सरकार ने किसानों को हर तरफ से बुरी तरह कुचल दिया है। भाजपा ने 2022 तक किसानों की आया दोगुनी करने की बात कही थी, आय तो दोगुनी नहीं हुई लेकिन किसान पर कर्ज जरुर दोगुना हो गया है।