December 23, 2024

सीएम ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 128वीं जयंती कार्यक्रम में की शिरकत

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सीएम ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 128वीं जयंती कार्यक्रम में की शिरकत

सीएम ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 128वीं जयंती कार्यक्रम में की शिरकत

चंडीगढ़, 23 जनवरी। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने आज पराक्रम दिवस पर नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 128वीं जयंती पर जिला रोहतक में आयोजित राज्य स्तरीय कार्यक्रम में नेताजी को नमन कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि नेता जी सामान्य नाम नहीं, बल्कि देश की आजादी की पूरी कहानी है, इसलिए युवाओं को नेताजी के जीवन से देश सेवा की प्रेरणा लेनी चाहिए।

        मनोहर लाल ने कहा कि भारत सदियों से गुलाम चला आ रहा था। पहले मुगलों का गुलाम रहा और फिर अंग्रेजों का गुलाम हुआ। आजादी की बातें तो उस समय लगातार चलती थी, लेकिन लोगों को विश्वास नहीं हो पा रहा था कि हमें कभी आजादी भी मिल पाएगी। नेता जी ने न केवल आजादी की लौ उत्पन्न करने की बात लोगों के मन में पैदा की, बल्कि लोगों में एक आत्मविश्वास पैदा किया कि हमें आजादी मिल सकती है। 

        उन्होंने कहा कि उस समय एक गरम दल और एक नरम ‌दल बने, जिन्होंने देश की आजादी के लिए अलग-अलग विचारधारा के साथ काम किया। उन्होंने कहा कि आंदोलन शुरू करना आसान नहीं होता, लेकिन नेताजी सुभाष चंद्र बोस ने आजाद हिंद फौज का गठन किया और उन्होंने 50,000 लोगों की फौज बना डाली। ये हमारे लिए सौभाग्य की बात है कि आज के हरियाणा क्षेत्र से भी उस समय हजारों युवक आजाद ‌हिंद फौज में भर्ती हुए थे। इसी प्रकार, दूसरी और नरम दल यानि महात्मा गांधी के नेतृत्व में देश में असहयोग आन्दोलन की शुरुआत हुई और अंग्रेजों की सरकार के खिलाफ़ आजादी का बिगुल बजा। महात्मा गाँधी ने यात्राएं निकाली और जनता को अपने साथ जोड़ कर एक बड़ा आंदोलन खड़ा किया। उन्होंने कहा कि महात्मा गाँधी जी को राष्ट्रपिता की संज्ञा देने वाले सबसे पहले व्यक्ति नेताजी सुभाष चन्द्र बोस ही थे। दोनों नेताओं की ताकत ने अंग्रेज सरकार की जड़ें ‌हिला दी।

        उन्होंने कहा कि 22 जनवरी, 2024 का दिन भी देश के इतिहास में एक महत्वपूर्ण दिन बन गया है। कल सारा देश राममय हो गया। हर किसी के मन में राम, तन में राम बसे थे। उन्होंने कहा कि त्रेता युग से लेकर आज तक के कालखंड में कई महापुरुषों का जन्म हुआ, जिन्होंने समाज को जागृत करने के लिए और लोगों में संस्कार पैदा करने के लिए कार्य किये। उन्होंने कहा कि भगवान श्री कृष्ण ने कुरुक्षेत्र की धरती पर गीता का संदेश दिया, जिस प्रकार बाबा साहेब डॉ भीमराव अम्बेडकर ने हमारा संविधान लिखा, उसी प्रकार गीता भी हमारे जीवन जीने का एक संविधान है।

प्रधानमंत्री ने व्यवस्था परिवर्तन कर समाज को जागृत करने की दिशा में किया काम

        मनोहर लाल ने कहा कि किसी भी सरकार का मतलब आधारभूत ढांचा यानि गलियां, सड़कें, स्कूल, कॉलेज, अस्पताल इत्यादि बनवाना ही नहीं होता, बल्कि समाज निर्माण का कार्य भी सरकार का एक दायित्व होता है। लेकिन पहले ‌की सरकारों ने ऐसा कभी नहीं सोचा। उन्होंने कहा कि वे प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के आभारी हैं, जिन्होंने अपनी कार्यपद्धति से व्यवस्था परिवर्तन कर समाज को जागृत करने की दिशा में काम किया है। प्रधानमंत्री के पदचिह्नों पर चलते हुए हरियाणा में भी राज्य सरकार ने पिछले साढ़े 9 सालों में समाज में थ्री-सी यानि क्राइम, करप्‍शन और कास्ट बेस्ड राजनीति को खत्म कर समाज में शुद्धता लाने का प्रयास किया है।

हरियाणा में आज़ाद हिंद फ़ौज के 3 सिपाही आज भी जीवित, जिन्हें किया गया सम्मानित

        मुख्यमंत्री ने कहा कि आजाद हिंद फौज का गठन सन् 1942 में हुआ था और आज लगभग 80 वर्षों से भी अधिक का समय बीत जाने के बाद हरियाणा में आज़ाद हिंद फ़ौज के 3 सिपाही जीवित हैं। उन्होंने कहा कि जिला उपायुक्त को यह निर्देश दिए गए थे कि आजाद ‌हिंद फौज के जो सिपाही जीवित हैं तो उन्हें सम्मानित किया जाए, यही हमारी और से नेताजी को सच्ची श्रद्धांजलि होगी। मुख्यमंत्री ने बताया कि जिला रेवाड़ी के गांव बुरथला के हरि सिंह आयु 105 वर्ष, कोसली के मंगल सिंह आयु 102 वर्ष तथा जिला महेंद्रगढ़ के गांव मांडी के जय प्रकाश आयु 98 वर्ष, आज भी जीवित हैं और आज इनके घर जाकर जिला प्रशासन की ओर से उन्हें सम्मानित किया गया है। इन स्वतंत्रता सेनानियों को हम युवा पीढ़ी के लिए नेता जी की निशानी के रूप में मान सकते हैं और युवाओं को इनसे प्रेरणा लेनी चाहिए।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नेताजी की स्मृति में किए अनेक कार्य

        मुख्यमंत्री ने कहा कि नेताजी केवल व्यक्ति या नेता नहीं थे, बल्कि वे पराक्रम की प्रतिमूर्ति थे। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने सुभाष चंद्र बोस की स्मृति के लिए अनेक कार्य किए हैं। उन्होंने गणतंत्र दिवस की फुल ड्रेस रिहर्सल को 24 जनवरी की बजाय 23 जनवरी को करने का निर्णय लिया और नेताजी की जयंती 23 जनवरी को पराक्रम दिवस के रूप में मनाने की पहल की। इसके अलावा, इंडिया गेट पर नेताजी की प्रतिमा स्थापित करवाई गई।

        उन्होंने कहा कि हरियाणा देश की आबादी का मात्र 2 प्रतिशत है, लेकिन देश की सेनाओं में हरियाणा के जवानों की संख्या 10-11 प्रतिशत है, यह दिखाता है हमारे युवाओं में आज भी देश सेवा का जज्बा है। उन्होंने कहा कि रोहतक व दक्षिण हरियाणा के जवानों का देश सेवा में विशेष योगदान रहा है, इसके लिए उन सभी जवानों को सलाम करता हूँ। उन्होंने कहा कि आज देश आजाद है और देश को आगे बढ़ाने के लिए युवाओं को परिश्रम, निष्ठा और ईमानदारी के साथ कार्य करना होगा।

        उन्होंने कहा कि युवा हुनरमंद बने, इसके लिए कौशल विश्वविद्यालय स्थापित किया है। देश के संसाधनों पर गरीब व्यक्तियों का भी पूरा हक है। प्रदेश सरकार द्वारा हर वर्ग को साथ लेकर विकास व कल्याण के कार्य किए जा रहे है। हमने हरियाणा एक-हरियाणवी एक की भावना के साथ समाज के लिए कार्य किया है। सरकार ने 7 एस- यानी शिक्षा, स्वास्थ्य, सुरक्षा, स्वावलंबन, स्वाभिमान, सुशासन और सेवा पर फोकस करके अंत्योदय के उत्थान के लिए कार्य कर रही है।

मुख्यमंत्री ने गुफा मंदिर में मत्था टेक प्रदेशवासियों के लिए की मंगल कामना

        इससे पहले मुख्यमंत्री ने गुफा मंदिर में मत्था टेका। उन्होंने मंदिर में सभी प्रदेशवासियों के लिए मंगल कामना की। इसके उपरांत उन्होंने स्थानीय सुभाष चौक पर स्थित नेताजी सुभाष चंद्र बोस की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी।

        इस समारोह में लोकसभा सांसद डॉ. अरविंद शर्मा, राज्यसभा सांसद श्री रामचंद्र जांगड़ा, पूर्व मंत्री मनीष कुमार ग्रोवर सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे।

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