साइबर क्राइम पुलिस की साइबर ठगी पर सर्जिकल स्ट्राइक
चंडीगढ़ 12 जून। हरियाणा पुलिस ने ट्रेडिंग ऐप के जरिए लोगों को ठगी का शिकार बनाने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया है।
साइबर क्राइम थाना पलवल प्रभारी निरीक्षक नवीन कुमार की टीम ने फर्जी तिरंगा ऐप बनाकर ट्रेडिंग के जरिए लोगों के साथ ठगी करने वाले दो आरोपियों को गिरफ्तार किया।
पलवल की पुलिस अधीक्षक डा. अंशु सिंगला के अनुसार पुलिस को सूचना मिली थी कि एक फर्जी गैंबलिंग एप तिरंगा के माध्यम से कलर ट्रेडिंग करके नई पीढ़ी के बच्चों को लालच में डालकर उनसे करोड़ों रुपए का फ्रॉड किया जा रहा है। यह फर्जी ऐप विदेश में रहने वाले लोगों द्वारा भारत में मोटी रकम का फर्जीवाड़ा करने की नियत से चलाई जा रही थी। पलवल जिले में इस फर्जी ऐप को यंश व कुलदीप नाम के व्यक्ति द्वारा चलाए जा रहा था। ये दोनों आरोपी Instagram, Facebook, whatsapp, Teligram व अन्य सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर बड़े इनफ्लुएंसर है जिनके लाखों की संख्या मे फॉलोवर्स हैं।
सूचना के आधार पर हेड कांस्टेबल देवी सिंह व ASI संदीप सिंह की टीम ने देवीलाल पार्क से दोनों ठगों को काबू किया। काबू किए यश कुकरेजा वासी वार्ड नं 12 जवाहर नगर कैंप पलवल से मिले मोबाइल को चेक करने पर फोन में Tiranga App /Colour Trading से संबंधित वीडियो बनानी पाई गई। इस संबंध में आरोपियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 406, 420,120 बी के तहत मामला दर्ज किया गया।
आरोपी यश कुकरेजा (20) के बैग से एक एप्पल मैकबुक, दो मोबाइल फोन, एक हाथ घड़ी, दो मेट्रो ट्रेन कार्ड, एक स्टारबक्स कार्ड, एक गेम जो कार्ड, पांच विभिन्न बैक के ATM कार्ड व 05 लाख रुपये नकद (500X1000 नोट) बरामद किए गए हैं। जबकि दूसरे आरोपी कुलदीप (19) के बैग से 08 मोबाईल फोन, एक पावर बैंक, एक APPLE iPAD, एक नोट गिनने की मशीन, पांच मोबाइल चार्जर, दो लैपटॉप चार्जर, दो शूटिंग माइक, पांच विभिन्न बैक के ATM कार्ड, एक मेट्रो ट्रेन कार्ड, एक टाईटन घडी , दो सोने नुमा चैन, एक सोना नाम अंगूठी, एक सोना नुमा ब्रेसलेट, एक सोना नुमा कान की बाली, नकली नोट नुमा कागजात जिनमे 500 X104, 200X180, 100X80, 50X24 (कुल 97200 कूपन) मिले।
पूछताछ व जांच में पता चला कि आरोपी यश व कुलदीप सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के माध्यम से इस फर्जी गैम्बलिंग Tiranga App को भर्मिक फोटो, वीडियो, हेशटेग के द्वारा भोले-भाले लोगों को उकसा कर इस App पर रजिस्टर कराते थे जिससे लोगों की मेहनत की कमाई इस App के माध्यम से विदेश मे बैठे इस फर्जी App के संचालकों के पास जा रही थी जो यंश व कुलदीप इस फर्जी App को बढ़ावा देने वा प्रसिद्ध करने व नये-नये लोगो को इस फर्जी App से जोड़ने के लिए अपने-2 सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के माध्यम से गुमराह कर ठगी वारदात को अंजाम देकर आए मुनाफे को दोनों आपस में बांट लेते हैं।
एसपी पलवल डॉक्टर अंशु सिंगला ने आमजन से अपील करते हुए कहा कि किसी भी प्रकार की गेमिंग एप के प्रलोभन में न आएं। रुपया कमाने का कोई भी शॉर्टकट नहीं है इसलिए लोग जल्दी पैसा कमाने के चक्कर में न पड़े अन्यथा वे साइबर ठगी का शिकार हो सकते हैं। किसी भी प्रकार की साइबर ठगी होने पर साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 पर संपर्क कर अपनी शिकायत रजिस्टर्ड अवश्य करें।