दुष्यंत ने राज्यसभा चुनाव को लेकर विपक्ष पर फेंका पासा
चंडीगढ़, 25 जून। हरियाणा के पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं जननायक जनता पार्टी के राष्ट्रीय वरिष्ठ उपाध्यक्ष दुष्यंत चौटाला ने कहा है कि जेजेपी जिला स्तर पर पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ मीटिंग करेगी। उन्होंने कहा कि सभी 22 जिलों में कार्यकर्ताओं के साथ आगामी रणनीति पर चर्चा करके जेजेपी आगे बढ़ेगी।
वे मंगलवार को उचाना में जेजेपी कार्यकर्ताओं से रूबरू थे। दुष्यंत चौटाला ने कहा कि चुनाव हारे हैं, हिम्मत नहीं और कार्यकर्ताओं की मेहनत के दम पर चार माह बाद फिर जीत कर आएंगे। उन्होंने यह भी कहा कि लोकसभा और विधानसभा चुनाव में अंतर होता है। पूर्व डिप्टी सीएम ने कहा कि विधानसभा चुनाव में जनता क्षेत्रीय पार्टी पर विश्वास जताती है क्योंकि प्रदेश लेवल पर जनता का दर्द समझकर निवारण क्षेत्रीय पार्टी ही कर सकती है।
पत्रकारों से रूबरू होते हुए दुष्यंत चौटाला ने प्रदेश की बिगड़ती कानून व्यवस्था पर चिंता जताई और कहा कि पिछले दो दिनों में प्रदेश के छह जिलों में मर्डर, दिनदहाड़े फायरिंग जैसी आपराधिक घटनाएं हुई है। उन्होंने कहा कि जेजेपी कानून व्यवस्था को लेकर आवाज उठाएगी और जनता की सुरक्षा के लिए लड़ाई लड़ेगी।
दुष्यंत चौटाला ने नीट परीक्षा पेपर लीक मामले को गंभीर बताते हुए कहा कि सुप्रीम कोर्ट के सिटिंग जज से इस पूरे मामले की जांच होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि हरियाणा में भी पेपर लीक हुए थे, इनमें कांग्रेस और बीजेपी के लोगों की मिलीभगत देखने को मिली थी इसलिए कहीं न कहीं दोनों राष्ट्रीय पार्टी मिलकर इस मामले को दबाना चाहती है। दुष्यंत चौटाला ने कहा कि पेपर लीक के पीड़ित विद्यार्थियों के साथ जेजेपी खड़ी है और मजबूती से लड़ाई लड़ी जाएगी।
राज्यसभा चुनाव के सवाल पर पूर्व उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने खुलकर कहा कि विपक्ष एकजुट होकर सामाजिक तौर पर कोई मजबूत उम्मीदवार चुने और किसी अच्छे सामाजिक व्यक्ति को राज्यसभा भेजे। उन्होंने कहा कि अगर कांग्रेस कोई उम्मीदवार नहीं उतारना चाहती तो वे हमारा साथ दें, हम सामाजिक उम्मीदवार उतारने को तैयार हैं।
एक सवाल के जवाब में दुष्यंत चौटाला ने कहा कि उचाना की जनता ने जो जिम्मेदारी उन्हें दी है, उसे वे मजबूती के साथ निभा रहे है और आगे भी निभाते रहेंगे। पूर्व उपमुख्यमंत्री ने बताया कि जेजेपी के संदर्भ में एक गलत खबर प्रकाशित करने वाले समाचार पत्र और लेखक को कानूनी नोटिस जारी कर माफी मांगने और खबर का खंडन छापने के लिए कह दिया गया है।