महिला सुरक्षा तंत्र को मजबूत करने में जुटी हरियाणा पुलिस
चंडीगढ़, 12 सितंबर। हरियाणा में महिलाओं सुरक्षा तंत्र को और अधिक सुदृढ़ करने के उद्देश्य से पुलिस महानिदेशक शत्रुजीत कपूर ने ट्रिप मॉनिटरिंग सुविधा, ऑटो तथा महिलाओं का डेटाबेस तैयार करने तथा हरियाणा 112 द्वारा इस दिशा में किया जा रहे कार्यों की समीक्षा की।
इस दौरान महिलाओं में सुरक्षा को लेकर आत्मविश्वास की भावना को बल देने संबंधी विभिन्न पहलुओं पर विस्तार से विचार विमर्श किया गया।
यह बैठक पंचकूला स्थित सेक्टर-6 स्थित पुलिस मुख्यालय में आयोजित की गई थी जिसमें कई वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया। बैठक में पुलिस महानिरीक्षक टेलीकॉम वाई पूरन कुमार ने पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से ट्रिप मॉनिटरिंग सेवा, कामकाजी महिलाओं तथा ऑटो का डेटाबेस तैयार करने तथा हरियाणा-112 द्वारा किए गए कार्यों की रूपरेखा प्रस्तुत की।
कपूर ने ट्रिप मॉनीटरिंग सेवा को लेकर अधिकारियों के साथ समीक्षा की। बैठक में बताया गया कि प्रदेश में ट्रिप मॉनिटरिंग सेवा की प्रक्रिया का सरलीकरण किया गया है जिससे महिलाओं के लिए इसे इस्तेमाल करना ज्यादा आसान हो गया है। इस सुविधा का लाभ लेने के लिए पहले जहां महिलाओं को हरियाणा-112 पर फोन करके निर्धारित प्रोफॉर्मा को भरना पड़ता था लेकिन बाद में इसकी अनिवार्यता को समाप्त कर दिया गया। अब महिलाएं हरियाणा-112 पर फोन करके अपनी यात्रा संबंधी जानकारी कम्युनिकेशन अधिकारी से साझा करती हैं। इसके बाद महिलाओं को फोन पर कम्युनिकेशन अधिकारी द्वारा बताए गए व्हाट्सएप नंबर पर अपनी लोकेशन हरियाणा-112 की टीम के साथ शेयर करनी होती है। यात्रा शुरू होने से लेकर इसकी समाप्ति तक हरियाणा-112 की टीम द्वारा महिला की यात्रा को मॉनिटर किया जाता है। इस सेवा से महिला यात्रियों विशेषकर रात्रि के समय या अकेले में सफर करने वाली महिलाएं खुद को सुरक्षित महसूस करती हैं। यात्रा के दौरान हरियाणा 112 की टीम द्वारा महिला से संपर्क करके पूछा जाता है कि उन्हें यात्रा के दौरान सुरक्षा संबंधी किसी प्रकार की परेशानी हो रही है अथवा नहीं। यदि यात्रा के दौरान महिला असुरक्षित महसूस करती है तो उसे तुरंत पुलिस सहायता उपलब्ध करवाई जाती है।
बैठक में यह भी बताया गया कि हरियाणा 112 की टीम द्वारा प्रदेश में कामकाजी महिलाओं का डेटाबेस तैयार किया जा रहा है। इस पूरे डेटा को हरियाणा 112 से इंटीग्रेटेड करने की दिशा में आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं। आपातकाल की स्थिति में जैसे ही महिला का फोन हरियाणा-112 पर आता है तो कम्युनिकेशन अधिकारी को सिस्टम की मदद से पहले से ही महिला के बारे में डिटेल पता होती है जिससे महिला की स्वयं के बारे में जानकारी देने वाले समय की बचत होती है।
इसके साथ ही बताया गया कि प्रदेश में ऑटो रिक्शा का डेटाबेस तैयार करने का कार्य भी निरंतर किया जा रहा है जिसे पुष्टि अर्थात वैलिडेट करके हरियाणा 112 पर अपलोड किया जा रहा है। विभिन्न प्रकार के जागरूकता कार्यक्रमों के माध्यम से लोगों को हरियाणा पुलिस की इस पहल के बारे में बताया जा रहा है ताकि आपातकाल की स्थिति में महिलाओं की मदद की जा सके। श्री कपूर ने अधिकारियों से कहा कि वे आमजन को ऑटो रिक्शा के अंदर व बाहर लगाए गए यूनिक स्टीकर के बारे में जागरूक करें ताकि महिलाओं को इस बारे में जानकारी मिले।
कपूर ने कहा कि वे ज्यादा से ज्यादा महिलाओं तक ट्रिप मॉनिटरिंग सेवा की जानकारी पहुंचाने के लिए जागरूकता गतिविधियां आयोजित करवाएं। उन्होंने कहा कि वे एसएमएस आदि के माध्यम से भी महिलाओं में जागरूकता लाएं ताकि उन्हें ट्रिप मॉनिटरिंग सेवा, पब्लिक ट्रांसपोर्ट में लगाए गए यूनिक स्टीकर तथा हरियाणा 112 सुविधा के बारे में ज्यादा से ज्यादा जानकारी मिले और समय आने पर वे इनका लाभ उठा सकें। उन्होंने कहा कि ट्रिप मॉनिटरिंग सेवा का उद्देश्य महिलाओं को सुरक्षित वातावरण उपलब्ध करवाना है ताकि महिलाएं घर में ही नहीं बल्कि घर के बाहर भी खुद को सुरक्षित महसूस कर सके।
कपूर ने हरियाणा 112 पर आपत्तिजनक भाषा का प्रयोग करने वाले लोगों के खिलाफ की गई कार्रवाई की भी समीक्षा की। बताया गया कि हरियाणा 112 पर आपत्तिजनक भाषा का प्रयोग करने वाले लोगों में बड़ी संख्या में कमी आई है। जनवरी 2023 में जहां इस प्रकार का फोन करने वाले लोगों की संख्या 10,417 थी वह अगस्त 2024 में घटकर 929 हो गई है। यह भी बताया गया कि इस प्रकार के लोगों को चेतावनी देने के साथ-साथ उन पर कार्रवाई भी की जा रही हैै।
बैठक में बताया गया कि हरियाणा पुलिस को हरियाणा-112 पर शिकायत प्राप्त होने के बाद पुलिस की टीम शिकायत प्राप्ति के औसतन 7 मिनट में लोकेशन पर पहुंच जाती है जोकि एक बड़ी उपलब्धि है जबकि पिछले वर्ष अगस्त-2023 में यह औसतन 8 मिनट 28 सेकंड था। इस प्रकार पुलिस का रिस्पांस टाइम पहले की अपेक्षा कम हुआ है। बताया गया कि हरियाणा 112 को 108 मेडिकल इमरजेंसी हेल्पलाइन के साथ भी जोड़ा गया है। अब तक प्रदेश में 415 एम्बुलेंसो को हरियाणा 112 से जोड़ा जा चुका है। इस बारे में प्रदेश के सभी जिलों में एम्बुलेंस स्टाफ की भी ट्रेनिंग करवाई गई है। इसके साथ ही 333 फायर ब्रिगेड की गाड़ियों को भी हरियाणा 112 से अब तक जोड़ा जा चुका है।