पंजाब में मतदान की तैयारियां पूरी
चंडीगढ़, 31 मई। पंजाब के मुख्य निर्वाचन अधिकारी सिबिन सी ने बताया है कि लोकसभा मतदान के मद्देनज़र राज्य में स्वतंत्र, निष्पक्ष और पारदर्शी चुनाव प्रक्रिया को पूरा करने के लिए सभी तैयारियां मुकम्मल कर ली गई हैं। उन्होंने कहा कि वोटरों को सभी ज़रूरी सहूलतें प्रदान करने और राज्य में मतदान के लिए सुरक्षित और शांतिपूर्ण माहौल यकीनी बनाने के लिए व्यापक प्रबंध किए गए हैं।
मतदान से पहले दिन प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने बताया कि राज्य में कुल 2,14, 61,741 वोटर हैं, जिनमें 1,12,86,727 पुरूष, 1,01,74,241 महिलाएं, 773 ट्रांसजैंडर, 1,58,718 पी. डब्ल्यू. डी (दिव्यांग) और 1614 एन. आर. आई. (प्रवासी भारतीय) वोटर शामिल हैं। राज्य में पहली बार अपनी वोट के अधिकार का प्रयोग करने वाले वोटरों की गिनती 5,38,715 और 85 साल और इससे अधिक आयु के वोटरों की गिनती 1,89,855 है। उन्होंने कहा कि राज्य में 24,451 पोलिंग स्टेशन बनाऐ गए हैं, जिनमें से 5694 पोलिंग स्टेशन संवेदनशील (क्रिटीकल) घोषित किए गए हैं।
उन्होंने बताया कि इनमें 1076 मॉडल पोलिंग स्टेशन, महिलाओं द्वारा प्रबंधित गुलाबी रंग के 165 बूथ, 115 ग्रीन बूथ, नौजवानों द्वारा प्रबंधित 99 बूथ और दिव्यांग व्यक्तियों द्वारा प्रबंधित 101 बूथ शामिल हैं। उन्होंने बताया कि सभी पोलिंग स्टेशनों की निगरानी सी. सी. टी. वी. कैमरों के ज़रिये की जायेगी। इसके साथ ही चुनाव अधिकारियों और ऑब्ज़रवरों द्वारा रियल-टाईम मॉनिटरिंग के लिए पोलिंग स्टेशनों की 100 फीसद लाइव वैबकास्टिंग यकीनी बनाई जायेगी। उन्होंने आगे बताया कि वोटों की गिनती 24 अलग-अलग स्थानों पर बनाऐ गए 117 काऊंटिंग सैटरों पर होगी।
घर से वोटिंग की सुविधा के बारे बात करते हुये सिबिन सी ने बताया कि 85 साल से अधिक उम्र के 9239 वोटरों और 4530 दिव्यांग वोटरों को मिला कर कुल 13,769 वोटरों से घर से वोट की सुविधा सम्बन्धी सहमति प्राप्त हुई थी, जिनमें से 85 साल से अधिक उम्र के 8640 और 4203 दिव्यांग वोटरों समेत कुल 12, 843 वोटरों ने 30 मई तक अपनी वोट डाल ली है।
चुनाव ड्यूटी पर तैनात कर्मचारियों के बारे जानकारी देते हुये सिबिन सी ने बताया कि राज्य के कुल 2 60,000 कर्मचारी चुनाव ड्यूटी निभा रहे हैं जिनमें 1,20,114 पोलिंग स्टाफ, 70,724 सुरक्षा कर्मचारी (राज्य पुलिस और केंद्रीय हथियारबंद अर्ध सैनिक बल), 50,000 स्पोरटिंग स्टाफ और मुख्य निर्वाचन अधिकारी, दफ़्तर और ज़िला निर्वाचन अधिकारी दफ़्तरों के 25,150 कर्मचारी शामिल हैं।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने ज़ोर देकर कहा कि पोलिंग स्टाफ को किसी भी एमरजैंसी के साथ निपटने के लिए विशेष प्रशिक्षण दियाग गया है। आशा वर्करों को एमरजैंसी मैडीकल हालातों से निपटने के लिए पोलिंग स्टेशनों पर तैनात किया जायेगा। पोलिंग स्टेशनों पर फस्ट एड किटों, ओरल रीहाईडरेशन सल्यूशन (ओ. आर. एस. घोल), शुगर कैंडीज़, दवाएँ और मरहम-पट्टियों की सुविधा प्रदान की गई है। इसके इलावा गर्मी से राहत के लिए पोलिंग स्टेशनों पर ‘छबील’ भी लगाई जाएगी। उन्होंने आगे बताया कि 85 साल से अधिक उम्र वाले और दिव्यांग वोटर, जिन्होंने होम वोटिंग (घर से वोट) सुविधा का चुनाव नहीं किया, वह सक्षम एप्लीकेशन पर रजिस्टर करके ‘पीक एंड ड्राप सुविधा’ (घर से लेजाने और छोड़ने) ले सकते हैं।
सिबिन सी ने विस्तृत जानकारी देते हुये बताया कि 24 सैंट्रल और स्टेट एनफोर्समेंट एजेंसियां, फ्लाइंग स्क्वाड और स्टैटिक सरवेलेंस टीमें वोटरों को भ्रमित करने के लिए वितरित की जाने वाली नकदी, शराब और अन्य चीजों को ज़ब्त करने के लिए सक्रियता से चौकिंग कर रही हैं। उन्होंने बताया कि आदर्श चुनाव आचार संहिता लागू होने से लेकर 30 मई तक राज्य में 801.47 करोड़ रुपए की बरामदगियां की गई हैं, जिनमें 26.89 करोड़ रुपए की नकदी, 26.75 करोड़ रुपए की शराब, 716.78 करोड़ रुपए के नशीले पदार्थ, 23.86 करोड़ रुपए की कीमती वस्तुओं के अलावा 7.17 करोड़ रुपए की अन्य वस्तुएं शामिल हैं।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि आदर्श चुनाव आचार संहिता लागू होने से लेकर अब तक चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन सम्बन्धी कुल 14643 शिकायतें प्राप्त हुई हैं, जिनमें से ज़्यादातर का निपटारा कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि शिकायतों के निपटारे के लिए 100 मिनट की समय-सीमा का सख़्ती से पालन करते हुये औसतन 32.50 मिनट के समय अंदर इन शिकायतों का निपटारा किया गया है।
ई. वी. एम. मशीनों की सुरक्षा के बारे सिबिन सी ने बताया कि राज्य के सभी स्ट्रांग रूमों के बाहर अर्ध सैनिक बल और अन्य सुरक्षा टीमें 24 घंटे तैनात रहेंगी और इसके साथ ही दोगुनी लॉक सिस्टम का प्रबंध किया गया है। इसके इलावा स्ट्रांग रूम के आसपास की फुटेज के लिए हरेक स्ट्रांग रूम के बाहर एल. ई. डी. स्क्रीनें लगाई गई हैं। सभी प्रोटोकोलों के उचित ढंग के साथ पालना को यकीनी बनाने के लिए अधिकारियों की तरफ से स्ट्रांग रूमों का रोज़मर्रा के आधार पर निरीक्षण किया जायेगा।
पुलिस नोडल अफ़सर एम. एफ. फारूकी ने बताया कि राज्य में सुरक्षित हालातों को यकीनी बनाने के लिए पंजाब पुलिस के 55039 जवान तैनात किये गए हैं। किसी भी तरह की गड़बड़ी या आपत स्थिति में तुरंत कार्यवाही के लिए क्विह रिस्पांस टीमें तैनात रहेंगी।
उन्होंने बताया कि राज्य को 2098 सैकटरों में बांटा गया है और हरेक सैक्टर के लिए इंचार्ज नियुक्त किये गए हैं, जिनके साथ 1 हैड-कांस्टेबल और 3 कांस्टेबलों के सम्मिलन वाली पैटरोलिंग पार्टी हर समय तैनात रहेगी। उन्होंने कहा कि सुरक्षा कर्मचारियों के दरमियान बेहतर संचार को यकीनी बनाने के लिए जिलों को 20 वाटस के 3496 अतिरिक्त वायरलैस सैट और 8385 वायरलैस वॉकी-टाकी सैट मुहैया करवाए गए हैं।
सिबिन सी ने पंजाब के वोटरों से अपील की है कि वे अपने वोट के अधिकार का प्रयोग करते हुये लोकतंत्र के इस सबसे बड़े त्योहार में बढ़-चढ़ कर हिस्सा लें जिससे ‘इस बार 70 पार’ के लक्ष्य को प्राप्त किया जा सके।