पंजाब सरकार ने आंगनवाड़ी कर्मियों के रिक्त पद भरने का तय किया समयसीमा

पंजाब सरकार ने आंगनवाड़ी कर्मियों के रिक्त पद भरने का तय किया समयसीमा
चंडीगढ़, 31 जुलाई। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व में पंजाब सरकार आंगनवाड़ी सेवाओं को सशक्त, समर्थ एवं जनहितैषी बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। इस उद्देश्य की पूर्ति के तहत पूरे पंजाब में 5000 से अधिक आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं एवं सहायिकाओं के रिक्त पदों को 30 सितंबर से पहले भरने की प्रक्रिया पूरी की जाएगी।
यह जानकारी सामाजिक सुरक्षा, महिला एवं बाल विकास मंत्री डॉ. बलजीत कौर ने दी।
डॉ. बलजीत कौर ने बताया कि विभाग द्वारा 23 जुलाई से 15 अगस्त तक आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं की पदोन्नति, तबादले/समायोजन तथा तरस के आधार पर नियुक्तियों हेतु विशेष कार्यक्रम जारी किया गया है। इसके अंतर्गत, जिन कर्मचारियों की सेवा के दौरान मृत्यु हो गई, उनके आश्रितों को नौकरी देने के लिए 1 अगस्त से 8 अगस्त तक प्रक्रिया चलाई जाएगी, जबकि तबादले/समायोजन 15 अगस्त से पहले पूरे कर लिए जाएंगे।
डॉ.बलजीत कौर ने जोर देकर कहा कि यह पहली बार है जब सेवा के दौरान स्थायी रूप से अपंग हो गए या जानलेवा बीमारी के कारण असमर्थ हुए आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं या सहायिकाओं के आश्रितों को सरकारी नौकरी का अवसर दिया जा रहा है।
कैबिनेट मंत्री ने कहा कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं के कल्याण, सुरक्षा और उत्साहवर्धन के लिए पंजाब सरकार निरंतर प्रयासरत है। ये निर्णय केवल प्रशासनिक नहीं बल्कि मानवीय सहानुभूति, न्याय और जिम्मेदार प्रबंधन के प्रतीक हैं। सरकार अपने अग्रिम पंक्ति के कर्मचारियों की सेवा का सदैव सम्मान करती है और उनके अधिकारों की पूरी रक्षा करेगी।
उन्होंने बताया कि रिक्त पदों के विज्ञापन 22 अगस्त को जारी किए जाएंगे, जबकि आवेदन भरने की अंतिम तिथि 22 सितंबर होगी। भर्ती की पूरी प्रक्रिया पूर्ण योग्यता (मेरिट) और पारदर्शिता के आधार पर की जाएगी तथा किसी भी प्रकार के हस्तक्षेप या भेदभाव की कोई संभावना नहीं रहेगी।
डॉ. बलजीत कौर ने कहा कि इन प्रयासों के माध्यम से पंजाब सरकार न केवल आंगनवाड़ी सेवाओं को, बल्कि समाज के हर वर्ग की महिलाओं और बच्चों के जीवन में सुधार लाने हेतु जमीनी स्तर पर परिवर्तन ला रही है। ये कदम केवल भर्तियों या तबादलों तक सीमित नहीं, बल्कि सामाजिक प्रतिबद्धता का हिस्सा हैं, जो पंजाब को न्यायसंगत, सहानुभूतिशील और विकसित समाज की ओर ले जाते हैं।