गैंगस्टर गोल्डी बराड़ और रोहित गोदारा के तीन गुर्गे गिरफ्तार
चंडीगढ़, 16 मार्च। पंजाब पुलिस की एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स (एजीटीएफ) ने लॉरेंस बिश्नोई गैंग के गोल्डी बराड़ और रोहित गोदारा से जुड़े तीन गुर्गों को जीरकपुर से गिरफ्तार कर सनसनीखेज अपराधों को टालने में बड़ी सफलता हासिल की है।
यह जानकारी पंजाब के डीजीपी गौरव यादव ने शनिवार को यहां दी।
उन्होंने बताया कि गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान अजय सिंह उर्फ अजय पाल और अंकित हैं। दोनों हरियाणा के भिवानी हैं।तीसरा आरोपी लखविन्दर सिंह उर्फ लक्की जीरकपुर के एकेएस कॉलोनी का रहने वाला है। आरोपी अंकित की आपराधिक पृष्ठभूमि है और वह हरियाणा में कत्ल, इरादतन कत्ल, जबरन वसूली और शस्त्र अधिनियम समेत कई घृणित आपराधिक मामलों में शामिल पाया गया है।
पुलिस ने इनके कब्जे से .32 कैलिबर की दो पिस्तौलों समेत 11 जिंदा कारतूस बरामद किए हैं। इसके अलावा एक कार भी जब्त की गई है।
यादव ने बताया कि पुख्ता सूचना पर कार्यवाही करते हुए एडीजीपी प्रमोद बान के नेतृत्व वाली एजीटीएफ टीमों ने एआईजी गुरमीत सिंह चौहान और एआईजी संदीप गोयल की निगरानी अधीन तीनों का पीछा करते हुए उनको जीरकपुर के एयरपोर्ट रोड के नजदीक एक फ्लैट से गिरफ्तार किया गया।
उन्होंने बताया कि प्राथमिक जांच से पता लगा है कि आरोपी लॉरेंस बिश्नोई गैंग के विदेशी और फरार गैंगस्टर गोल्डी बराड़ और रोहित गोदारा के निर्देशों पर काम कर करते थे। यह रेकी कर रहे थे। इन्हें विरोधी गैंगस्टरों की टारगेट किलिंग को अंजाम देने का काम सौंपा गया था।
एडीजीपी प्रमोद बान ने बताया कि आरोपी अंकित ने अपने साथियों के साथ मिलकर आपराधिक पृष्टभूमि वाले विरोधी गैंगस्टर जय कुमार उर्फ भदर, जिसके विरुद्ध क्राइम के 27 से अधिक आपराधिक मामले दर्ज थे, का 6 नवंबर 2023 को दिनदहाड़े कत्ल किया था और तब से ही वह फरार था। हरियाणा पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी के लिए इनाम भी रखा था।
उन्होंने बताया कि गिरफ्तार किए गए आरोपी अजय और अंकित ने राजस्थान में टारगेट किलिंग करने की वारदातों को अंजाम देने की नाकाम कोशिश भी की थी। उन्होंने कहा कि इस मॉड्यूल की आपराधिक गतिविधियों की गहराई से जांच की जा रही है।