December 23, 2024

अपने गांवों को ‘आधुनिक विकास केंद्रों’ में बदलें सरपंच – मान

0
अपने गांवों को 'आधुनिक विकास केंद्रों' में बदलें सरपंच - मान

अपने गांवों को 'आधुनिक विकास केंद्रों' में बदलें सरपंच - मान

संगरूर, 19 नवंबर। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने मंगलवार को प्रदेश की नई चुनी गई पंचायतों से अपील की कि वे अपने गांवों को ‘आधुनिक विकास केंद्रों’ में बदलने के लिए प्रेरक के तौर पर काम करने का आह्वान किया, जिससे राज्य की अर्थव्यवस्था को गति मिलेगी।

संगरूर जिले के नए चुने गए पंचों को पद की शपथ दिलाने से पहले एक सभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि पंचायतों को अपने गांवों के विकास कार्यों को प्राथमिकता के आधार पर बांटना चाहिए ताकि राज्य सरकार काम शुरू करवा सके। भगवंत सिंह मान ने कहा कि पंचायतें गांवों के समग्र विकास के लिए प्रस्ताव पारित करें जिसके लिए राज्य सरकार उनके हर प्रयास में सहयोग करेगी। उन्होंने नए चुने पंचों को गांव वासियों की तरक्की व खुशहाली यक़ीनी बनाने के साथ-साथ अपने गांवों को विकास के केंद्र में तब्दील करने के लिए नए कदम उठाने के लिए कहा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि ग्राम पंचायतें लोकतांत्रिक व्यवस्था की आधारशिला होती हैं और नए चुने पंचों को पद की शपथ दिलाना ऐतिहासिक अवसर है। उन्होंने बताया कि आज प्रदेश के 19 जिलों में इसी प्रकार के कार्यक्रम आयोजित हो रहे हैं। भगवंत सिंह मान ने कहा कि राज्य के 10031 नए सरपंचों को लुधियाना में 8 नवंबर को हुए समारोह के दौरान पद की शपथ दिलाई गई थी।

उन्होंने कहा कि जनता द्वारा चुना जाना गर्व की बात है क्योंकि यह लोगों में नेता के प्रति विश्वास और ईमानदारी को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि यह एक बड़ी जिम्मेदारी है, जो जनता द्वारा इन नेताओं पर सौंपी जाती है, क्योंकि यह जनता की सेवा का महान कार्य है। भगवंत सिंह मान ने नव-निर्वाचित पंचों को आश्वासन दिया कि गांवों में विकास कार्यों के लिए धन की कोई कमी नहीं होने दी जाएगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ग्रामीण पुस्तकालयों की स्थापना कर रही है, जो राज्य के विकास और खुशहाली का केंद्र बनेंगी। इस अनुकरणीय पहल का उद्देश्य युवाओं में पढ़ने की आदत को बढ़ावा देना है। उन्होंने कहा कि गांवों को भी ऐसी पुस्तकालयों की स्थापना के लिए प्रस्ताव पारित करने चाहिए, क्योंकि यह कदम युवाओं को सशक्त बनाने और राज्य के सामाजिक-आर्थिक विकास में उनकी भागीदारी सुनिश्चित करने में सहायक सिद्ध होगा। भगवंत सिंह मान ने कहा कि ये पुस्तकालय युवाओं का भविष्य बदलने और समाज में डॉक्टर, वैज्ञानिक, अधिकारी और अन्य कुशल व्यक्तित्व बनाने में सहायक होंगी।

मान ने कहा कि ये पुस्तकालय वाई-फाई, सोलर पावर, डिजिटल सुविधाओं और उच्च स्तरीय सेवाओं से सुसज्जित हैं। उन्होंने कहा कि इन पुस्तकालयों विश्वस्तरीय साहित्य और पाठ्यक्रम संबंधित किताबें उपलब्ध हैं, जो ज्ञानार्जन के अद्भुत अवसर प्रदान करती हैं। भगवंत सिंह मान ने कहा कि ये पुस्तकालय ज्ञान और साहित्य का खजाना हैं। उन्होंने कहा कि यह हैम सभी के लिए गर्व की बात है कि इन पुस्तकालयों में, विभिन्न विषयों पर कीमती किताबें उपलब्ध हैं, जो पुस्तक प्रेमियों को आकर्षित करती हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि लोकतंत्र में बहुमत हासिल करने वाला व्यक्ति या पार्टी विजयी होती है, लेकिन चुनी इस बार पंचायतें पूरे गांव की साझी होती हैं। उन्होंने पंचों से अपील की कि वे सभी ग्रामीणों के साथ समान व्यवहार करें, निष्पक्ष निर्णय लें और गांवों से गुटबाजी खत्म करने को प्राथमिकता दें। उन्होंने कहा कि गुटबाजी के कारण कई विकास कार्य बाधित हो जाते हैं, जो दुर्भाग्यपूर्ण है।

मुख्यमंत्री ने सभी को अधिक से अधिक पौधे लगाने के लिए रचनात्मक माहौल शुरू कर राज्य के गांवों का कायाकल्प करने के लिए अधिकतम पौधारोपण की अपील की। उन्होंने कहा कि पंजाब को साफ-सुथरा, हरित और प्रदूषण मुक्त बनाना सभी का दायित्व है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि एक तरफ राज्य के माहौल को सुधारना है और दूसरी तरफ प्रदूषण को रोकना जरूरी है।

मुख्यमंत्री मान ने पंचों से विकास कार्यो में पारदर्शिता यक़ीनी बनाने के लिए हर फैसले को सामूहिक सहमति के साथ लेने के लिए अपने-अपने ग्राम पंचायतों की बैठकें बुलाने के लिए कहा उन्होंने कहा कि गांवों के विकास संबंधी फैसले ग्राम सभाओं में लिए जाएं ताकि फंड का सही इस्तेमाल हो सके। भगवंत सिंह मान ने कहा कि यदि पंचायतें अपनी जिम्मेदारी ईमानदारी से निभाएं, तो वे गांवों की तस्वीर बदल सकती हैं।

मुख्यमंत्री ने पंचायतों से जोश और प्रतिबद्धता के साथ काम करने का आह्वान किया और सभी के लिए आधुनिक सुविधाएं सुनिश्चित करके अपने गांवों को आदर्श बनाने की अपील की। उन्होंने कहा कि पंचायतों को गांवों की भलाई के लिए अपनी जिम्मेदारी ईमानदारी और पारदर्शिता के साथ निभानी चाहिए। उन्होंने पंचायतों से अपील की कि वे हर निर्णय गांववासियों के साथ सलाह-मशविरा करके लें ताकि गांवों के सर्वांगीण विकास में बड़ी भूमिका निभाई जा सके।

मुख्यमंत्री ने सर्वसम्मति से पंचायतों का चयन करने वाले गांवों का धन्यवाद करते हुए कहा कि इन गांवों ने एक तरफ आपसी सौहार्द और भाईचारे की भावना को मजबूत किया है, वहीं दूसरी तरफ व्यापक विकास को सुनिश्चित करने के लिए गुटबाजी से ऊपर उठकर सर्वसम्मति से पंचायतों का चयन किया है। उन्होंने कहा कि इन गांवों के समझदार मतदाताओं ने पंचायतों पर बड़ी जिम्मेदारी सौंपी है और इसे पूरी निष्ठा और लगन से निभाया जाना चाहिए। भगवंत सिंह मान ने कहा कि वे राज्य के उन मतदाताओं के आभारी हैं जिन्होंने इन चुनावों में पूरे उत्साह के साथ स्वतंत्र और निष्पक्ष रूप से भाग लिया।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *